मोटर इंश्योरंस: थर्ड पार्टी बनाम कॉम्प्रिहेंसिव – क्या चुनें?

🔍 मोटर इंश्योरेंस के 2 मुख्य प्रकार: एक नज़र में

1. थर्ड पार्टी इंश्योरेंस

कानूनी ज़रूरत ✅ | सस्ता प्रीमियम 💰 | बेसिक कवरेज

2. कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस

फुल प्रोटेक्शन 🛡️ | ऐड-ऑन फीचर्स ⚡ | हाई कवरेज

🚨 थर्ड पार्टी इंश्योरेंस: क्या मिलता है?

“ये तो कानूनन ज़रूरी है, लेकिन…”

  • कवरेज:

    • तीसरे व्यक्ति की चोट/मौत का मुआवज़ा (अनलिमिटेड)212

    • तीसरे की प्रॉपर्टी डैमेज (₹7.5 लाख तक)14

    • पर्सनल एक्सीडेंट कवर (ड्राइवर को ₹15 लाख तक)1

  • नहीं मिलता:

    • आपकी गाड़ी का नुकसान ❌

    • चोरी/आग/प्राकृतिक आपदा का कवर ❌

रियल-लाइफ उदाहरण:
मान लीजिए आपकी गाड़ी से एक्सीडेंट हो जाता है और किसी दूसरे की कार डैमेज होती है। थर्ड पार्टी पॉलिसी उसकी मरम्मत का खर्च उठाएगी, लेकिन आपकी अपनी कार का बिल आपको भरना पड़ेगा।414

🛡️ कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस: क्यों है बेहतर?

“सस्ता नहीं, मगर स्मार्ट चॉइस!”

  • एक्स्ट्रा बेनिफिट्स:

    • अपनी गाड़ी का नुकसान (दुर्घटना, चोरी, आग, बाढ़)1115

    • 24×7 रोडसाइड असिस्टेंस 🚨

    • ऐड-ऑन जैसे जीरो डिप्रिशिएशन, इंजन प्रोटेक्शन1317

कंप्यूटर गेम की तरह समझें:
थर्ड पार्टी = बेसिक वेपन
कॉम्प्रिहेंसिव = फुल बॉडी आर्मर + एक्स्ट्रा शील्ड्स

📊 थर्ड-पार्टी vs कॉम्प्रिहेंसिव: क्लासरूम कंपेरिजन

पैरामीटर थर्ड पार्टी कॉम्प्रिहेंसिव
कवरेज सिर्फ तीसरे पक्ष अपना + तीसरा पक्ष
प्रीमियम IRDAI फिक्स (₹2,000-5,000/साल)2 वाहन के मॉडल/उम्र पर डिपेंड516
ऐड-ऑन नहीं 10+ ऑप्शन्स713
सूटेबल फॉर पुरानी गाड़ियां 🚗 नई गाड़ियां/हाई रिस्क एरिया 🏙️
 

💡 प्रीमियम कैसे तय होता है?

मेरा पर्सनल अनुभव:
पिछले साल जब मैंने अपनी नई कार का इंश्योरेंस लिया, तो इन 5 फैक्टर्स ने प्रीमियम तय किया:

  1. गाड़ी की उम्र: नई कार = हाई IDV = हाई प्रीमियम516

  2. इंजन कैपेसिटी: 1500cc से ऊपर = प्रीमियम बढ़ता है5

  3. शहर: मुंबई/दिल्ली जैसे महंगे शहरों में ज्यादा9

  4. ड्राइवर का अनुभव: नए ड्राइवर्स को ज्यादा भरना पड़ता है16

  5. ऐड-ऑन: हर एक्स्ट्रा फीचर प्रीमियम बढ़ाता है13

टिप: ऑनलाइन प्रीमियम कैलकुलेटर का इस्तेमाल करें तुरंत एस्टीमेट पाने के लिए5!

🎁 नो क्लेम बोनस (NCB): 50% तक की छूट!

“क्लेम न करो, पैसा बचाओ!”

  • 1 साल क्लेम नहीं किया → 20% छूट6

  • 5 साल लगातार नो क्लेम → 50% छूट17

  • याद रखें: NCB ट्रांसफरेबल है अगर बीमाकर्ता बदलें17

उदाहरण:
₹10,000 का प्रीमियम + 5 साल NCB → सिर्फ ₹5,000! 💸

⚡ ऐड-ऑन कवर: कौन से ज़रूरी हैं?

मेरी टॉप 5 पिक्स:

  1. जीरो डिप्रिशिएशन: नई कारों के लिए परफेक्ट13

  2. इंजन प्रोटेक्शन: बारिश में फंसे तो काम आएगा 🌧️

  3. कंज्यूमेबल्स कवर: नट-बोल्ट, ऑयल जैसे छोटे खर्च7

  4. रोडसाइड असिस्टेंस: रात में गाड़ी फंसी? कोई प्रॉब्लम नहीं! 🆘

  5. की रिप्लेसमेंट: चाबी खो जाए तो शांति से सोएं 🔑7

सावधानी: हर ऐड-ऑन पर अतिरिक्त प्रीमियम लगता है। सिर्फ वही चुनें जो आपकी ज़रूरतों से मैच करे।10

📱 ऑनलाइन vs ऑफलाइन: कहाँ खरीदें?

ऑनलाइन के फायदे:

  • 24×7 खरीदारी 🕒

  • प्रीमियम में 15-20% छूट 💸19

  • ऐप पर ही क्लेम ट्रैक करें 📲

ऑफलाइन के फायदे:

  • एजेंट से फेस-टू-फेस सलाह 👨💼

  • कॉम्प्लेक्स क्लेम में मदद 🤝

मेरी सलाह: पहली बार खरीद रहे हैं तो ऑनलाइन कम्पेरिजन करें, फिर ऑफलाइन एजेंट से बात करें।819

🤔 क्या चुनें? थर्ड-पार्टी या कॉम्प्रिहेंसिव?

थर्ड-पार्टी चुनें अगर:

  • गाड़ी 5 साल से पुरानी है 🚗

  • बजट बहुत टाइट है 💰

  • गाड़ी कम इस्तेमाल होती है 🏡

कॉम्प्रिहेंसिव चुनें अगर:

  • गाड़ी नई/लग्ज़री है 🚘

  • हाई ट्रैफिक वाले एरिया में रहते हैं 🚦

  • पीस ऑफ माइंड चाहिए 😌

प्रो टिप: कॉम्प्रिहेंसिव लेकर थर्ड-पार्टी से 3x ज्यादा कवरेज पाएं!311

🚦 अंतिम फैसला: इन 3 सवालों से करें

  1. “क्या मैं अचानक ₹1-2 लाख का बिल भर सकता हूँ?” → नहीं तो कॉम्प्रिहेंसिव लें

  2. “क्या मैं हर साल NCB का फायदा उठा सकता हूँ?” → हां तो कॉम्प्रिहेंसिव सस्ता पड़ेगा

  3. “क्या मेरी गाड़ी में लोन चल रहा है?” → हां तो कॉम्प्रिहेंसिव अनिवार्य

याद रखें: इंश्योरेंस सिर्फ कानूनी फॉर्मेलिटी नहीं, आपकी फाइनेंशियल सेफ्टी नेट है। सही चुनाव करें, तनाव-मुक्त ड्राइव करें! 🚗💨

 

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