भारतीय शेयर बाजार : 2 जून 2025 का पूरा लेखा-जोखा!

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परिचय: 2 जून 2025 को भारतीय शेयर बाजार का हाल 📊

भारतीय इक्विटी बाजार 2 जून 2025 को लगातार दूसरे सत्र में लाल निशान में बंद हुए, जिसमें निफ्टी 50 और सेंसेक्स दोनों में मामूली गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, मुख्य सूचकांकों के बावजूद, छोटे और मिड-कैप सेगमेंट में बाजार ने लचीलापन दिखाया, जो एक मिश्रित कारोबारी दिन का संकेत देता है। घरेलू मौद्रिक नीति की उम्मीदों, जैसे कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा ब्याज दर में कटौती की प्रत्याशा, ने रियल्टी और पीएसयू बैंकों को बढ़ावा दिया। इसके विपरीत, वैश्विक व्यापार गतिशीलता, विशेष रूप से अमेरिका के नए स्टील टैरिफ, ने मेटल और आईटी क्षेत्रों पर भारी दबाव डाला। व्यक्तिगत स्टॉक प्रदर्शन की बात करें तो, सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (CDSL) और यस बैंक में मजबूत संस्थागत रुचि और रणनीतिक विकास के कारण महत्वपूर्ण उछाल देखा गया। रिलायंस पावर भी एक बड़ी नवीकरणीय ऊर्जा परियोजना जीतने के बाद बढ़ी, जबकि इनॉक्स विंड में मुनाफावसूली हुई। बेंचमार्क सूचकांकों में समग्र गिरावट के बावजूद, बाजार विशेषज्ञों ने सकारात्मक रुख बनाए रखा और संभावित उछाल के लिए विशिष्ट शेयरों की सिफारिश की।

बाजार प्रदर्शन का अवलोकन: उतार-चढ़ाव और बड़े प्रभावों का दिन 🌍

प्रमुख सूचकांकों का प्रदर्शन

2 जून 2025 को, भारतीय बेंचमार्क इक्विटी सूचकांक लगातार दूसरे सत्र में गिरावट के साथ बंद हुए। निफ्टी 50 दिन के अंत में 24,716.6 पर बंद हुआ, जिसमें 34.10 अंक या 0.14% की गिरावट आई । इसी तरह, बीएसई सेंसेक्स 81,373.75 पर बंद हुआ, जो 77.26 अंक या 0.095% नीचे था । हालांकि, बाजार ने अपने इंट्राडे निचले स्तरों से उल्लेखनीय सुधार किया, निफ्टी 0.91% गिरकर 24,526.15 तक और सेंसेक्स 0.98% गिरकर 80,654.26 तक पहुंच गया था, लेकिन बंद होने तक कुछ नुकसान की भरपाई कर ली ।  

व्यापक बाजार सूचकांक

बड़े-कैप बेंचमार्क में मामूली गिरावट के विपरीत, व्यापक बाजार सूचकांकों ने एक अलग प्रवृत्ति दिखाई। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 0.62% बढ़कर बंद हुआ , जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 50 इंडेक्स व्यापक बाजार सूचकांकों में शीर्ष पर रहा, जिसमें 1.42% की वृद्धि हुई । निफ्टी स्मॉलकैप इंडेक्स भी 1.1% बढ़कर बंद हुआ । यह विचलन इस बात पर प्रकाश डालता है कि जबकि पूंजीकरण-भारित मुख्य सूचकांक विशिष्ट भारी-भरकम शेयरों से नीचे खींचे गए थे, बाजार का एक व्यापक खंड, विशेष रूप से मिड और स्मॉल-कैप क्षेत्र में, खरीदारी की रुचि आकर्षित कर रहा था। बाजार की चौड़ाई मामूली रूप से सकारात्मक थी, जिसमें 1,529 शेयरों में तेजी आई, जबकि 1,402 शेयरों में गिरावट आई और 83 अपरिवर्तित रहे । यह इंगित करता है कि समग्र बाजार की कमजोरी कुछ बड़े-कैप सेगमेंट में केंद्रित थी, जिससे चयनात्मक पूंजी परिनियोजन और अंतर्निहित ताकत की अनुमति मिली।  

क्षेत्रीय प्रदर्शन

2 जून 2025 को क्षेत्रीय प्रदर्शन में तेज विभाजन देखा गया, जो घरेलू मौद्रिक नीति की उम्मीदों और अंतरराष्ट्रीय व्यापार तनाव दोनों के तत्काल और ठोस प्रभाव को दर्शाता है। एनएसई में क्षेत्रीय सूचकांकों में निफ्टी रियल्टी इंडेक्स शीर्ष पर रहा, जो 2.31% बढ़कर बंद हुआ । रियल्टी शेयरों में यह उछाल इस उम्मीद से प्रेरित था कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) शुक्रवार को अपनी मौद्रिक नीति बैठक में ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की कटौती करेगा । कम ब्याज दरें आमतौर पर उधार लेने की लागत को कम करती हैं, जिससे रियल एस्टेट क्षेत्र में मांग बढ़ती है। निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स ने भी 2.15% की मजबूत वृद्धि दर्ज की , क्योंकि कम ब्याज दरें आम तौर पर बैंकों के लिए उधार देने के माहौल और परिसंपत्ति गुणवत्ता में सुधार करती हैं।  

इसके विपरीत, निफ्टी मेटल इंडेक्स शीर्ष पर रहा, जो दिन के अंत में 0.70% नीचे था । यह गिरावट मुख्य रूप से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा संयुक्त राज्य अमेरिका में स्टील आयात पर लगाए गए 50% टैरिफ के कारण हुई । निफ्टी आईटी इंडेक्स में भी 0.7% की गिरावट आई , संभवतः व्यापक बाजार भावना और वैश्विक व्यापार चिंताओं के प्रभाव के कारण। भू-राजनीतिक व्यापार नीति और विशिष्ट घरेलू उद्योगों के प्रदर्शन के बीच यह सीधा कारण-और-प्रभाव संबंध निवेशकों के लिए आंतरिक आर्थिक नीति संकेतों और बाहरी भू-राजनीतिक विकास दोनों की निगरानी की आवश्यकता को रेखांकित करता है।  

अन्य प्रभावित करने वाले कारक

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा स्टील आयात पर नए टैरिफ की घोषणा के बाद सत्र के शुरुआती घंटों में बाजार का मूड निराशाजनक था । एचडीएफसी बैंक लिमिटेड और रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड जैसे प्रमुख शेयरों को बेंचमार्क सूचकांकों पर दबाव डालने में महत्वपूर्ण योगदानकर्ता के रूप में पहचाना गया । इसके अलावा, व्यापक आर्थिक संकेतकों ने भी भूमिका निभाई; मारुति सुजुकी और हुंडई मोटर इंडिया ने मई में घरेलू यात्री वाहन डिस्पैच में गिरावट दर्ज की। इसका श्रेय धीमी मांग और भारत और पाकिस्तान के बीच भू-राजनीतिक तनाव के बीच इन्वेंट्री को प्रबंधित करने के प्रयासों को दिया गया, जिसने उपभोक्ता भावना पर दबाव डाला । कमोडिटी बाजार में, ब्रेंट क्रूड 0.34% गिरकर $63.93 प्रति बैरल पर आ गया, जबकि अमेरिकी वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) 0.34% गिरकर $60.73 पर आ गया । एक सकारात्मक नोट पर, भारत की Q4 FY25 जीडीपी वृद्धि आरबीआई के 7.2% के अनुमान से अधिक थी, जिसमें पूरे वित्तीय वर्ष FY25 की अर्थव्यवस्था 6.5% बढ़ी, जो आरबीआई के 6.6% के अनुमान से मामूली रूप से कम थी । दिन के बाजार आंदोलनों में वैश्विक व्यापार नीति, घरेलू मौद्रिक नीति की उम्मीदों, कंपनी-विशिष्ट प्रदर्शन और यहां तक कि व्यापक भू-राजनीतिक तनाव का एक जटिल परस्पर क्रिया थी, जो भारतीय बाजार को प्रभावित करने वाले विभिन्न कारकों के अंतर्संबंध को उजागर करती है।  

भारतीय बाजार प्रदर्शन – 2 जून 2025

सूचकांकसमापन मूल्यबिंदु परिवर्तनप्रतिशत परिवर्तन
निफ्टी 5024,716.6-34.10-0.14%
बीएसई सेंसेक्स81,373.75-77.26-0.095%
निफ्टी मिडकैप 100+0.62%
निफ्टी स्मॉलकैप 50+1.42%
निफ्टी रियल्टी+2.31%
निफ्टी पीएसयू बैंक+2.15%
निफ्टी मेटल-0.70%
निफ्टी आईटी-0.70%

निफ्टी 50 के शीर्ष प्रदर्शन करने वाले और पिछड़ने वाले शेयर 🚀📉

निफ्टी 50 में, अपनी समग्र गिरावट के बावजूद, इसके घटकों के बीच उल्लेखनीय हलचल देखी गई।

निफ्टी 50 के शीर्ष 5 बढ़ने वाले शेयर:

  1. अदानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड: 2.46% बढ़कर ₹1,468 प्रति शेयर पर बंद हुआ ।  
  2. महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड (एम एंड एम): 1.65% बढ़कर ₹3,025.9 प्रति शेयर पर बंद हुआ ।  
  3. टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड (टीसीएस): 1.27% बढ़कर ₹1,120.40 प्रति शेयर पर बंद हुआ ।  
  4. एटर्नल लिमिटेड (ज़ोमैटो): 1.21% बढ़कर ₹241 प्रति शेयर पर बंद हुआ ।  
  5. पावर ग्रिड कॉर्प.: 1.14% बढ़कर ₹293.05 प्रति शेयर पर बंद हुआ ।  

निफ्टी 50 के शीर्ष गेनर्स – 2 जून 2025

कंपनी का नामसमापन मूल्य (₹)प्रतिशत परिवर्तन
अदानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड1,468+2.46%
महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड3,025.9+1.65%
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड1,120.40+1.27%
एटर्नल लिमिटेड241+1.21%
पावर ग्रिड कॉर्प.293.05+1.14%

निफ्टी 50 के शीर्ष 5 गिरने वाले शेयर:

  1. हीरो मोटोकॉर्प.: 1.79% गिरकर ₹4,232.30 प्रति शेयर पर बंद हुआ ।  
  2. टेक महिंद्रा लिमिटेड: 1.58% गिरकर ₹1,549.1 प्रति शेयर पर बंद हुआ ।  
  3. जेएसडब्ल्यू स्टील लिमिटेड: 1.48% गिरकर ₹978.80 प्रति शेयर पर बंद हुआ ।  
  4. एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी: शीर्ष पिछड़ने वालों में सूचीबद्ध ।  
  5. टाटा स्टील लिमिटेड: शीर्ष पिछड़ने वालों में सूचीबद्ध ।  

निफ्टी 50 के गिरने वाले शेयरों में जेएसडब्ल्यू स्टील और टाटा स्टील की उपस्थिति सीधे अमेरिकी स्टील टैरिफ के प्रभाव को दर्शाती है, जो यह दर्शाता है कि मैक्रो-स्तरीय घटनाएं विशिष्ट स्टॉक प्रदर्शन में कैसे बदल जाती हैं। इसी तरह, टेक महिंद्रा की उपस्थिति निफ्टी आईटी इंडेक्स की गिरावट के अनुरूप है, जो व्यापक आईटी क्षेत्र में देखी गई कमजोरी को पुष्ट करती है।

निफ्टी 50 के शीर्ष लूजर्स – 2 जून 2025

कंपनी का नामसमापन मूल्य (₹)प्रतिशत परिवर्तन
हीरो मोटोकॉर्प.4,232.30-1.79%
टेक महिंद्रा लिमिटेड1,549.1-1.58%
जेएसडब्ल्यू स्टील लिमिटेड978.80-1.48%
एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी
टाटा स्टील लिमिटेड

विशेषज्ञों की निवेश संबंधी राय और सुझाव 💡

बाजार का समग्र दृष्टिकोण

बेंचमार्क सूचकांकों के दिन के नकारात्मक समापन के बावजूद, बाजार विशेषज्ञों के तकनीकी विश्लेषण से एक अंतर्निहित सकारात्मक पूर्वाग्रह और ऊपर की ओर बढ़ने की संभावना का पता चलता है। प्रभुदास लीलाधर की तकनीकी अनुसंधान की उपाध्यक्ष वैशाली पारेख ने बताया कि निफ्टी 50 इंडेक्स 24,500 के महत्वपूर्ण समर्थन स्तर से ऊपर कारोबार करना जारी रखे हुए है, यह दर्शाता है कि मौजूदा गिरावट एक समेकन चरण हो सकती है न कि उलटफेर । वह आगे बढ़ने की उम्मीद करती हैं, जिसमें निफ्टी 50 निर्णायक रूप से 25,000 के क्षेत्र को बंद होने के आधार पर तोड़ने पर संभावित रूप से 25,300 तक पहुंच सकता है, और यहां तक कि 26,300 के उच्च लक्ष्य भी । 24,500 का क्षेत्र एक महत्वपूर्ण और मजबूत समर्थन स्तर के रूप में स्थित है जिसे समग्र पूर्वाग्रह को बनाए रखने के लिए बनाए रखने की आवश्यकता है ।  

बैंक निफ्टी के लिए, पारेख ने ट्रेडिंग सत्र के दूसरे छमाही में एक महत्वपूर्ण पुलबैक देखा, जिसने ताकत हासिल की और 55,800 के महत्वपूर्ण बाधा के पास बंद हुआ । वह 56,000 से ऊपर के ब्रेकआउट की उम्मीद करती हैं, जो 57,700 और 60,300 के नए ऊपर के लक्ष्यों को ट्रिगर कर सकता है, जिसमें 54,500 निकट अवधि के समर्थन के रूप में कार्य करता है । निफ्टी के लिए दैनिक सीमा 24,600 (समर्थन) और 25,000 (प्रतिरोध) के बीच अनुमानित है, और बैंक निफ्टी के लिए, 55,400 और 56,400 के बीच । यह तकनीकी परिप्रेक्ष्य बताता है कि बाजार की अंतर्निहित संरचना सकारात्मक बनी हुई है, जिसका अर्थ है कि मौजूदा कमजोरी निवेशकों के लिए सकारात्मक दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ प्रवेश के अवसर प्रस्तुत कर सकती है।  

विशिष्ट स्टॉक सुझाव

कई ब्रोकरेज फर्मों ने 2 जून 2025 से शुरू होने वाले सप्ताह के लिए विशिष्ट स्टॉक सिफारिशें प्रदान कीं:

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड ने दो शेयरों की सिफारिश की:

  • रेडिको खेतान: ₹2,547 के मौजूदा बाजार मूल्य (CMP) के साथ, ₹3,000 का लक्ष्य मूल्य निर्धारित किया गया था, जो 18% की वृद्धि की संभावना दर्शाता है । रेडिको खेतान, एक लंबे समय से IMFL निर्माता, को प्रीमियमकरण द्वारा संचालित मजबूत वृद्धि के लिए अनुमानित किया गया है। कंपनी के FY25-28E के दौरान 6%/22%/30% राजस्व/ईबीआईटीडीए/एपीएटी सीएजीआर प्राप्त करने का अनुमान है, जिसमें समग्र मात्रा वृद्धि 9% अनुमानित है, जो इसके प्रीमियम और लक्जरी (पी एंड ए) पोर्टफोलियो में 15% सीएजीआर द्वारा संचालित है ।  
  • जेके सीमेंट: ₹5,465 के CMP पर, लक्ष्य मूल्य ₹6,060 था, जो 11% की वृद्धि का सुझाव देता है । जेके सीमेंट ने 4QFY25 के लिए उम्मीद से बेहतर परिणाम दर्ज किए, मुख्य रूप से मात्रा में मजबूत 15% साल-दर-साल वृद्धि के कारण। प्रबंधन का लक्ष्य FY26 में लगभग 20 मिलियन टन ग्रे सीमेंट की मात्रा प्राप्त करना है, जो लगभग 12% साल-दर-साल वृद्धि का प्रतिनिधित्व करता है, साथ ही महत्वपूर्ण लागत बचत भी। कंपनी सीमेंट क्षेत्र में एक पसंदीदा पिक बनी हुई है ।  

प्रभुदास लीलाधर की वैशाली पारेख ने भी दिन के लिए तीन शेयरों की सिफारिश की:

  • वेल्सपन कॉर्प: ₹932 पर खरीदने की सिफारिश की गई, जिसका लक्ष्य मूल्य ₹960 और स्टॉप लॉस ₹920 था ।  
  • एचसीसी: ₹34 पर खरीदने की सिफारिश की गई, जिसका लक्ष्य मूल्य ₹40 और स्टॉप लॉस ₹32 था ।  
  • डाबर इंडिया: ₹484 पर खरीदने की सिफारिश की गई, जिसका लक्ष्य मूल्य ₹500 और स्टॉप लॉस ₹476 था ।  

विशेष ट्रेंडिंग स्टॉक: विस्तृत विश्लेषण 🔍

सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (इंडिया) लिमिटेड (CDSL)

CDSL के शेयरों में सोमवार, 2 जून 2025 को जबरदस्त उछाल देखा गया, जिसमें 9.76% की वृद्धि हुई और यह ₹1,656.90 पर बंद हुआ । यह उछाल मजबूत बाजार रुचि, विशेष रूप से संस्थागत प्रतिभागियों से, और भारी ट्रेडिंग वॉल्यूम के कारण हुआ । इस गति ने, स्टॉक के प्रीमियम मूल्यांकन के साथ, कंपनी की बाजार स्थिति और कमाई की ताकत में निवेशकों के निरंतर विश्वास को रेखांकित किया ।  

2 जून 2025 को CDSL के लिए प्रमुख बाजार हाइलाइट्स में ₹1,656.90 का अंतिम कारोबार मूल्य शामिल था, जो पिछले बंद ₹1,529.70 से अधिक था। दिन की सीमा ₹1,531.10 से ₹1,665.00 थी। स्टॉक अपने 52-सप्ताह के निचले स्तर ₹917.63 (4 जून 2024) से काफी ऊपर कारोबार कर रहा है और अपने सर्वकालिक उच्च स्तर के करीब बना हुआ है, हालांकि अपने 52-सप्ताह के उच्च स्तर ₹1,989.80 (17 दिसंबर 2024) से नीचे है । 91.26 लाख शेयरों का एक बड़ा वॉल्यूम कारोबार किया गया, जिसका कारोबार मूल्य ₹1,469.88 करोड़ था, जो मजबूत निवेशक भूख को उजागर करता है । कंपनी का कुल बाजार पूंजीकरण ₹34,629.21 करोड़ था, जिसमें ₹29,482.04 करोड़ का फ्री फ्लोट बाजार पूंजीकरण था । 61.05 का मूल्य-से-आय (P/E) अनुपात व्यापक बाजार के सापेक्ष एक प्रीमियम मूल्यांकन का संकेत देता है। यह मूल्यांकन मजबूत मार्जिन, डिजिटल वित्तीय सेवाओं में वृद्धि और CDSL की प्रमुख बाजार स्थिति द्वारा समर्थित है । स्टॉक ने 2.64% की दैनिक अस्थिरता और 50.44% की वार्षिक अस्थिरता प्रदर्शित की, जो एक विस्तारशील बाजार में एक मिड-कैप वित्तीय अवसंरचना इकाई के लिए विशिष्ट है । दिन के कारोबार के दौरान लगभग 5 लाख शेयरों की बिक्री मात्रा के मुकाबले 21.75 लाख से अधिक शेयरों की खरीद मात्रा के साथ मजबूत मांग-आपूर्ति असंतुलन स्पष्ट था ।  

यस बैंक (Yes Bank)

यस बैंक के शेयरों में सोमवार, 2 जून को तेज उछाल देखा गया, जिसमें इंट्राडे कारोबार के दौरान 8% से अधिक की वृद्धि हुई और लगातार तीसरे सत्र के लिए अपनी ऊपर की गति को बढ़ाया । बीएसई पर शेयर 8.61% बढ़कर ₹23.32 प्रति शेयर तक चढ़ गए । यह हालिया तेजी मंगलवार, 3 जून 2025 को होने वाली एक महत्वपूर्ण बोर्ड बैठक से पहले हुई ।  

विश्लेषकों ने बताया कि यस बैंक के शेयर मूल्य ने चार्ट पर एक पेनेंट पैटर्न से बाहर निकल गया था, जो चल रहे तेजी के रुझान की निरंतरता का संकेत देता है । बोनांजा पोर्टफोलियो के वरिष्ठ तकनीकी अनुसंधान विश्लेषक कुणाल कांबले ने कहा कि यस बैंक का शेयर मूल्य अपने प्रमुख एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (EMAs) से ऊपर आराम से कारोबार कर रहा है, जो तेजी के पूर्वाग्रह को मजबूत करता है । वॉल्यूम में वृद्धि ने इस विचार का समर्थन किया कि खरीदार सक्रिय रूप से भाग ले रहे थे, और उच्च सीमा में ट्रेंडिंग रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) ने गति में निरंतर ताकत का संकेत दिया । कांबले ने ₹22 के करीब गिरावट पर यस बैंक के शेयर खरीदने की सिफारिश की, जिसमें ₹21 पर स्टॉप-लॉस बंद होने के आधार पर, निकट अवधि में ₹25 के संभावित ऊपर के लक्ष्य की उम्मीद है ।  

यह रैली एसएमबीसी-यस बैंक सहयोग से काफी मजबूत हुई। जापान के सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉर्पोरेशन (एसएमबीसी), दुनिया के सबसे बड़े बैंकिंग समूहों में से एक, ने मई 2025 में यस बैंक में 20% हिस्सेदारी हासिल करने की योजना की घोषणा की, जिससे यह भारत के बैंकिंग क्षेत्र में सबसे बड़ा क्रॉस-बॉर्डर निवेश बन गया । यह सौदा, ₹13,483 करोड़ का, एसएमबीसी को निजी ऋणदाता का एकमात्र सबसे बड़ा शेयरधारक बना देगा । 20% हिस्सेदारी में एसबीआई की हिस्सेदारी का एक हिस्सा और अन्य बैंक शेयरधारकों से एक कुल हिस्सेदारी शामिल है जिन्होंने मार्च 2020 में यस बैंक के पुनर्निर्माण में भाग लिया था । यह रणनीतिक निवेश यस बैंक को एसबीआई के नेतृत्व में घरेलू बैंकों के एक संघ द्वारा गंभीर वित्तीय संकट के बाद बचाए जाने के पांच साल बाद आया है । एसएमबीसी का निवेश भारत में एसएमबीसी समूह के व्यवसाय को तेज करने और भारतीय वित्तीय उद्योग के विकास में योगदान करने के लिए भारत के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के वाणिज्यिक बैंकों में से एक तक पहुंच प्रदान करने की उम्मीद है । निवेशकों ने एसएमबीसी सौदे का स्वागत किया है, जिससे पिछले महीने यस बैंक के स्टॉक में लगभग 20% की वृद्धि हुई है ।  

रिलायंस पावर (Reliance Power)

रिलायंस पावर के शेयर मूल्य में सोमवार, 2 जून 2025 को तेज उछाल देखा गया, जो सुबह 10:29 बजे तक लगभग 6% बढ़ गया और ₹62.80 के 52-सप्ताह के उच्च स्तर पर पहुंच गया । अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले समूह का यह स्टॉक लगातार तीन दिनों से बढ़ रहा था और मई में पहले ही 45% बढ़ चुका था ।  

यह महत्वपूर्ण ऊपर की ओर आंदोलन इसकी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी, रिलायंस एनयू एनर्जीज द्वारा एक बड़ी परियोजना जीतने से प्रेरित था। सहायक कंपनी को एसजेवीएन लिमिटेड से 350 मेगावाट सौर ऊर्जा परियोजना के लिए एक लेटर ऑफ अवार्ड प्राप्त हुआ, जिसमें 175 मेगावाट/700 मेगावाट बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली एकीकृत है । यह परियोजना, 25 साल की अवधि के लिए ₹3.33 प्रति यूनिट की निश्चित टैरिफ पर हासिल की गई, रिलायंस पावर को एकीकृत सौर और बैटरी सेगमेंट में भारत का सबसे बड़ा भागीदार बनाती है, जिसमें 2.4 गीगावाट सौर डीसी क्षमता और 2.5 गीगावाट से अधिक बैटरी भंडारण क्षमता की स्वच्छ ऊर्जा पाइपलाइन है । यह विकास रिलायंस पावर की पारंपरिक से नवीकरणीय ऊर्जा में संक्रमण की व्यापक रणनीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य भारत के स्थायी ऊर्जा भविष्य में योगदान करना और हितधारकों के लिए दीर्घकालिक मूल्य बनाना है । कंपनी वर्तमान में कुल 5,305 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता का संचालन करती है, जिसमें इसकी सासन पावर लिमिटेड परियोजना एक प्रमुख योगदानकर्ता है ।  

इनॉक्स विंड (Inox Wind)

इनॉक्स विंड के शेयरों में सोमवार, 2 जून 2025 को गिरावट देखी गई, जो 5.35% तक गिरकर ₹184.55 प्रति शेयर के इंट्राडे निचले स्तर पर पहुंच गया । दोपहर 1:51 बजे तक, स्टॉक 4.85% गिरकर ₹185.55 पर कारोबार कर रहा था । यह गिरावट मुख्य रूप से कंपनी के मजबूत मार्च तिमाही (Q4) परिणामों के बाद निवेशकों द्वारा मुनाफावसूली के कारण हुई । मजबूत वित्तीय प्रदर्शन के बावजूद, बाजार में मुनाफावसूली की अवधि देखी गई, जो सकारात्मक खबरों के बाद एक अल्पकालिक सुधार का संकेत देती है।  

केनरा बैंक (Canara Bank)

केनरा बैंक का शेयर मूल्य 2 जून 2025 को ₹116.85 पर बंद हुआ, जो इसके पिछले बंद मूल्य ₹114.82 से 1.77% की वृद्धि दर्शाता है । बैंक के स्टॉक ने हाल की अवधियों में मजबूत प्रदर्शन दिखाया है, पिछले महीने में 20.69% और पिछले तीन महीनों में बीएसई पर 44.41% की वृद्धि हुई है । तीन साल की अवधि में, शेयर मूल्य में 173.63% की उल्लेखनीय वृद्धि हुई है ।  

केनरा बैंक का बाजार पूंजीकरण ₹1,05,991 करोड़ है । प्रमुख फंडामेंटल में 6.04 का P/E अनुपात, 1.10 का मूल्य-से-बुक मूल्य अनुपात और 3.48% का लाभांश उपज शामिल है । स्टॉक का 52-सप्ताह का उच्च स्तर ₹129.35 (4 जून 2024) है, और इसका 52-सप्ताह का निचला स्तर ₹78.58 (3 मार्च 2025) है । केनरा बैंक के स्टॉक में सकारात्मक आंदोलन निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स में देखी गई व्यापक वृद्धि के अनुरूप है, जो आरबीआई ब्याज दर में कटौती की उम्मीदों से प्रेरित होकर दिन में 2.15% ऊपर था ।  

लीला होटल (Schloss Bangalore Ltd.)

लीला होटल्स, या श्लॉस बैंगलोर लिमिटेड, ने सोमवार, 2 जून 2025 को अपने प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) के बाद शेयर बाजारों में कमजोर शुरुआत की । शेयर एनएसई पर ₹406 प्रति शेयर पर सूचीबद्ध हुए, जो ₹435 प्रति शेयर के निर्गम मूल्य पर ₹29 या 6.67% की छूट को दर्शाता है । बीएसई पर, स्टॉक ₹406.50 पर खुला ।  

आईपीओ 26 मई से 28 मई तक सदस्यता के लिए खुला था, जिसमें ₹413 से ₹435 प्रति शेयर का मूल्य बैंड था । मजबूत ब्रांड मूल्य और विस्तारशील संचालन के बावजूद, निवेशक भावना सतर्क रही, जिससे एक कमजोर लिस्टिंग हुई ।  

समवर्धन मदरसन इंटरनेशनल (Samvardhana Motherson International)

समवर्धन मदरसन इंटरनेशनल लिमिटेड के शेयर 2 जून 2025 को दोपहर 12:24 बजे IST पर ₹151.70 पर कारोबार कर रहे थे, जो इसके पिछले बंद मूल्य ₹153.00 से 0.85% कम था । दिन में मामूली गिरावट के बावजूद, स्टॉक ने हाल की अवधियों में सकारात्मक गति दिखाई है, पिछले महीने में 15.12% और पिछले तीन महीनों में बीएसई पर 28.57% की वृद्धि हुई है ।  

कंपनी का बाजार पूंजीकरण ₹1,06,741 करोड़ है । इसके प्रमुख फंडामेंटल में 28.23 का P/E अनुपात, 3.07 का मूल्य-से-बुक मूल्य अनुपात और 0.56% का लाभांश उपज शामिल है । जेएम फाइनेंशियल और मोतीलाल ओसवाल के विश्लेषकों ने हाल के महीनों में स्टॉक के लिए “खरीदें” सिफारिशें जारी की हैं, जिसमें लक्ष्य मूल्य ₹160 से ₹175 तक है ।  

अपोलो माइक्रो सिस्टम्स (Apollo Micro Systems)

अपोलो माइक्रो सिस्टम्स का शेयर मूल्य 2 जून 2025 को 52-सप्ताह के उच्च स्तर पर पहुंच गया, जो सुबह 8:15 बजे तक ₹195.70 पर कारोबार कर रहा था, जो इसके पिछले बंद मूल्य ₹188.25 से 3.96% अधिक था । दोपहर 12:24 बजे तक, स्टॉक 3.45% बढ़कर ₹195.30 पर कारोबार कर रहा था । अकेले पिछले सप्ताह में, शेयर मूल्य में 40.62% की वृद्धि हुई, जो मजबूत निवेशक विश्वास का संकेत है ।  

यह रैली मुख्य रूप से कंपनी के Q4 और FY25 में मजबूत वित्तीय प्रदर्शन से प्रेरित थी। पूरे वित्तीय वर्ष FY25 के लिए, परिचालन से राजस्व साल-दर-साल 51% बढ़कर ₹5,620.7 मिलियन हो गया, और कर के बाद लाभ (PAT) 81% बढ़कर ₹563.6 मिलियन हो गया । EBITDA मार्जिन 23% पर स्थिर रहा, और PAT मार्जिन 8% से बढ़कर 10% हो गया । अपोलो माइक्रो सिस्टम्स ने ₹107 करोड़ में आईडीएल एक्सप्लोसिव्स लिमिटेड का रणनीतिक अधिग्रहण भी किया, जिससे गोला-बारूद मूल्य श्रृंखला में इसकी उपस्थिति मजबूत हुई । कंपनी को “मेक इन इंडिया” पहल द्वारा समर्थित भारत के रक्षा क्षेत्र में त्वरित वृद्धि से लाभ होता है, जो इसके संचालन के लिए एक अनुकूल पृष्ठभूमि प्रदान करता है ।  

आईएफसीआई (IFCI)

आईएफसीआई लिमिटेड के शेयर 2 जून 2025 को ₹67.76 पर बंद हुए, जो इसके पिछले बंद मूल्य ₹67.43 से 0.49% की मामूली वृद्धि दर्शाता है । जबकि दैनिक आंदोलन मामूली था, आईएफसीआई ने पिछले कुछ महीनों में महत्वपूर्ण रैलियां प्रदर्शित की हैं। इसका शेयर मूल्य पिछले महीने में 61.19% और पिछले तीन महीनों में बीएसई पर 64.87% बढ़ गया । तीन साल की अवधि में, स्टॉक में 534.05% की उल्लेखनीय वृद्धि हुई है ।  

कंपनी का बाजार पूंजीकरण ₹18,257 करोड़ है । प्रमुख फंडामेंटल में 105.91 का P/E अनुपात और 2.10 का मूल्य-से-बुक मूल्य अनुपात शामिल है । आईएफसीआई के लिए 52-सप्ताह का उच्च स्तर ₹91.39 (25 जुलाई 2024) है, और इसका 52-सप्ताह का निचला स्तर ₹35.67 (7 अप्रैल 2025) है ।  

निष्कर्ष ✨

2 जून 2025 को भारतीय शेयर बाजार के लिए एक मिश्रित तस्वीर प्रस्तुत की गई। जबकि निफ्टी 50 और सेंसेक्स जैसे बेंचमार्क सूचकांक वैश्विक व्यापार तनाव और विशिष्ट बड़े-कैप ड्रैग से प्रभावित होकर मामूली रूप से कम बंद हुए, व्यापक बाजार, विशेष रूप से मिड और स्मॉल-कैप सेगमेंट ने उल्लेखनीय ताकत दिखाई। यह विचलन इस बात पर जोर देता है कि बाजार का अंतर्निहित स्वास्थ्य मुख्य आंकड़ों की तुलना में अधिक मजबूत था, जिसमें चयनात्मक खरीदारी की रुचि प्रचलित थी।

क्षेत्रीय प्रदर्शन ने घरेलू नीति की उम्मीदों और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं दोनों के तत्काल प्रभाव को स्पष्ट रूप से दर्शाया। आरबीआई दर में कटौती की प्रत्याशा ने रियल्टी और पीएसयू बैंकों जैसे ब्याज दर-संवेदनशील क्षेत्रों को बढ़ावा दिया, जबकि अमेरिकी स्टील टैरिफ ने सीधे मेटल क्षेत्र को प्रभावित किया। यह निवेशकों के लिए मैक्रोइकॉनॉमिक नीति संकेतों और भू-राजनीतिक विकास दोनों पर विचार करने की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर प्रकाश डालता है।

विशेषज्ञ तकनीकी विश्लेषण ने संकेत दिया कि दिन की गिरावट के बावजूद, बाजार का समग्र पूर्वाग्रह सकारात्मक बना रहा, जिसमें प्रमुख समर्थन स्तर बने रहे और आगे बढ़ने की संभावना थी। यह बताता है कि दिन के आंदोलनों को मौलिक उलटफेर के बजाय समेकन के रूप में देखा गया था। व्यक्तिगत स्टॉक प्रदर्शन कंपनी-विशिष्ट उत्प्रेरकों द्वारा संचालित था, जिसमें मजबूत कमाई और रणनीतिक परियोजना जीत (CDSL, रिलायंस पावर, अपोलो माइक्रो सिस्टम्स) से लेकर महत्वपूर्ण क्रॉस-बॉर्डर निवेश (यस बैंक) तक शामिल थे। इसके विपरीत, कुछ शेयरों में मुनाफावसूली (इनॉक्स विंड) या कमजोर बाजार की शुरुआत (लीला होटल) हुई, भले ही उनके अंतर्निहित फंडामेंटल मजबूत थे।

कुल मिलाकर, 2 जून 2025 को बाजार ने कारकों का एक जटिल परस्पर क्रिया प्रदर्शित किया, जो सामान्य सूचकांक आंदोलनों से परे विशिष्ट क्षेत्रीय और स्टॉक-स्तरीय चालकों पर ध्यान केंद्रित करते हुए निवेश निर्णयों के लिए एक सूक्ष्म दृष्टिकोण के महत्व पर जोर देता है।

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इस लेख में दी गई सभी जानकारी केवल सामान्य जानकारी और शैक्षिक उद्देश्य के लिए है। यहां दी गई किसी भी जानकारी को निवेश सलाह या सिफारिश के रूप में न लें। शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह अवश्य लें। लेखक या प्रकाशक किसी भी प्रकार की वित्तीय हानि के लिए जिम्मेदार नहीं होगा।

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