मुख्य बाजार की स्थिति 📊
गुरुवार 28 अगस्त को भारतीय शेयर बाजार में लगातार दूसरे दिन तबाही मची रही। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के 50 प्रतिशत टैरिफ का प्रभाव और मासिक एक्सपायरी के कारण निवेशकों में पैनिक सेलिंग देखी गई। बीएसई सेंसेक्स 705.97 अंक (0.87 प्रतिशत) गिरकर 80,080.57 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 211.15 अंक (0.85 प्रतिशत) घटकर 24,500.90 पर समाप्त हुआ। निवेशकों की 3.9 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति का और नुकसान हुआ।
शीर्ष 5 गेनर्स (मुश्किल वक्त के हीरो) ⬆️
क्रम | शेयर | बंद भाव (₹) | बढ़त (%) |
---|---|---|---|
1 | टाइटन | 3,632.00 | +1.06 |
2 | कोल इंडिया | 375.00 | +0.68 |
3 | हीरो मोटोकॉर्प | 5,106.60 | +0.65 |
4 | लार्सन एंड टुब्रो | 3,564.10 | +0.64 |
5 | मारुति सुजुकी | 14,798.00 | +0.57 |
शीर्ष 5 लूजर्स (आज के सबसे बुरे हाल) ⬇️
क्रम | शेयर | बंद भाव (₹) | गिरावट (%) |
---|---|---|---|
1 | श्रीराम फाइनेंस | 571.25 | -3.94 |
2 | एचसीएल टेक | 1,450.20 | -2.85 |
3 | पावर ग्रिड | 274.20 | -2.04 |
4 | TCS | 3,098.00 | -1.88 |
5 | टाटा कंज्यूमर | 1,060.20 | -1.82 |
विशेषज्ञों की सलाह 💡
“टैरिफ की वजह से निर्यात आधारित IT कंपनियों में भारी बिकवाली हुई। निफ्टी बैंक मई के बाद पहली बार 54,000 के नीचे गिरा। कॉटन इंपोर्ट ड्यूटी की छूट से कुछ राहत मिली लेकिन समग्र मूड फ्रेजाइल रहा।” – विनोद नायर, जिओजित
ट्रेंडिंग कीवर्ड विश्लेषण
💊 एनलॉन हेल्थकेयर IPO जीएमपी
एनलॉन हेल्थकेयर का 121.03 करोड़ रुपये का IPO दूसरे दिन 2.84 गुना सब्स्क्रिप्शन पा चुका है। ग्रे मार्केट प्रीमियम केवल 5-6 रुपये (5.49 प्रतिशत) के साथ 96 रुपये पर लिस्टिंग की उम्मीद है। 86-91 रुपये प्राइस बैंड के साथ 164 शेयर का लॉट साइज है। फार्मास्यूटिकल इंटरमीडिएट्स और API निर्माता कंपनी का फंडामेंटल कमजोर होने से निवेशकों में उत्साह नहीं दिख रहा। 1 सितंबर को अलॉटमेंट और 3 सितंबर को लिस्टिंग होगी।
🌀 सुजलॉन शेयर प्राइस
सुजलॉन एनर्जी के शेयर में 56.33 रुपये पर लगातार तीसरे सेशन में 1.12 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। तकनीकी चार्ट पूरी तरह कमजोर दिख रहा है। 5-दिन से 200-दिन तक के सभी मूविंग एवरेज से नीचे कारोबार हो रहा है। RSI 30.74 के साथ ओवरसोल्ड जोन के करीब है। 52 रुपये सपोर्ट और 59-60 रुपये रेजिस्टेंस है। साल-दर-साल 28.67 प्रतिशत की गिरावट के साथ रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में दबाव दिख रहा है।
⚡ ओला इलेक्ट्रिक शेयर प्राइस
ओला इलेक्ट्रिक के शेयर में आज जबरदस्त 7.92 प्रतिशत की छलांग देखी गई, जो 54.84 रुपये पर बंद हुआ। इंट्राडे हाई 56.22 रुपये छुआ। व्यापारियों की मजबूत खरीदारी और हाई वॉल्यूम के साथ 779 करोड़ शेयर कारोबार हुए। निफ्टी मिडकैप 150 में टॉप गेनर रहा। भाविश अग्रवाल के इंडिया इनसाइड विजन और कॉस्ट रिडक्शन स्ट्रेटेजी से निवेशकों का भरोसा वापस लौट रहा है।
📱 आईडिया शेयर प्राइस
वोडाफोन आईडिया के शेयर में भारी दबाव रहा। AGR सेटबैक की खबरों से शेयर और कमजोर हुआ। 5G रोलआउट में देरी और कैपिटल रेजिंग की चुनौतियां बनी हुई हैं। सरकार से राहत पैकेज का इंतजार जारी है। टेलीकॉम सेक्टर में भारी कर्ज के बोझ से यह कंपनी सबसे ज्यादा प्रभावित है। लिक्विडिटी क्रंच की समस्या गंभीर है।
🏦 यस बैंक शेयर प्राइस
यस बैंक के शेयर में 18.96 रुपये पर 2.97 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। बैंकिंग सेक्टर में व्यापक कमजोरी का असर दिखा। निफ्टी बैंक 54,000 के नीचे गिरने से प्राइवेट बैंकों में भारी बिकवाली हुई। SMBC की बढ़ती हिस्सेदारी के बावजूद क्रेडिट ग्रोथ चिंताओं से शेयर दबाव में रहा। NPA की समस्या अभी भी पूरी तरह हल नहीं हुई है।
🏭 रिलायंस शेयर प्राइस
रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में ऑयल एंड गैस बिजनेस की चुनौतियों से कमजोरी रही। ग्लोबल क्रूड प्राइसेज की अनिश्चितता और रिफाइनिंग मार्जिन में दबाव का असर दिखा। जिओ का टेलीकॉम बिजनेस मजबूत होने के बावजूद पेट्रोकेमिकल साइकल की कमजोरी चिंता का विषय है। रिटेल बिजनेस में भी ग्रोथ रेट धीमी है।
🚗 टाटा मोटर्स शेयर प्राइस
टाटा मोटर्स के शेयर में ऑटो सेक्टर की चुनौतियों से दबाव रहा। JLR की सेल्स में कमी और इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट में प्रतिस्पर्धा बढ़ने से चिंता है। कमर्शियल व्हीकल डिविजन भी ट्रम्प टैरिफ से प्रभावित हो सकता है। डी-मर्जर की प्रक्रिया पूरी होने के बाद वैल्यू अनलॉकिंग की उम्मीद है।
💰 जिओ फाइनेंशियल शेयर प्राइस
जिओ फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयर में फिनटेक सेक्टर की चुनौतियों का असर दिखा। डिजिटल लेंडिंग के नियमों में सख्ती और रेगुलेटरी अनसर्टेंटी से दबाव रहा। UPI पेमेंट्स में कंपीटिशन बढ़ने से मॉनेटाइजेशन की चुनौती है। बैंकिंग लाइसेंस का इंतजार भी जारी है।
🚂 IRFC शेयर प्राइस
इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉर्पोरेशन के शेयर में PSU स्टॉक्स की व्यापक कमजोरी का असर दिखा। रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स की धीमी प्रगति से चिंता है। सरकारी कैपेक्स में कमी की अफवाहों से इंफ्रा फाइनेंसिंग कंपनियों में दबाव रहा। बॉन्ड यील्ड में वृद्धि से NIM प्रेशर है।
💻 TCS शेयर प्राइस
टीसीएस के शेयर में 3,098 रुपये पर 1.88 प्रतिशत की भारी गिरावट देखी गई। IT सेक्टर सबसे बुरी तरह पिटा। ट्रम्प टैरिफ से एक्सपोर्ट बिजनेस पर नेगेटिव इम्पैक्ट की चिंता है। PE रेशियो 22.72 के साथ वैल्यूएशन अभी भी एक्सपेंसिव लगता है। डिविडेंड यील्ड 4.07 प्रतिशत अच्छी है लेकिन ग्रोथ विजिबिलिटी कम दिख रही है।
सेक्टरवार प्रदर्शन 📊
सभी सेक्टर लाल में रहे:
सबसे कमजोर: IT (-1.19%), रियल्टी (-1.50%), PSU बैंक (-1.87%)
कम कमजोर: कंज्यूमर ड्यूरेबल्स (+0.30%) – यह एकमात्र हरे रंग में रहा
वैश्विक बाजार 🌍
India VIX 3.7 प्रतिशत बढ़कर डर का माहौल दिखाया। एशियन मार्केट्स मिक्स्ड रहे। यूरोपियन मार्केट्स सतर्क मूड में खुले।
निवेशकों की हालत 😞
- मार्केट ब्रेडथ: केवल 728 शेयर ऊपर, 2,280 नीचे
- 52-सप्ताह लो: 141 शेयर
- लोअर सर्किट: 215 शेयर
निष्कर्ष:
आज का सत्र ट्रम्प टैरिफ के दूसरे दिन का डर दिखाता है। IT और रियल्टी सेक्टर सबसे ज्यादा प्रभावित हुए। ओला इलेक्ट्रिक की तेजी के अलावा बाकी सब जगह मंदी का माहौल रहा। एनलॉन हेल्थकेयर IPO का कमजोर GMP भी निवेशकों के मूड को दर्शाता है। अगले कुछ सेशन में अमेरिकी नीतियों की स्पष्टता का इंतजार रहेगा।
धैर्य रखें, घबराएं नहीं! 😊
यह ब्लॉग केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है; निवेश निर्णय से पहले वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।