म्यूचुअल फंड मार्केट अपडेट: मार्च 2025 में निवेशकों का रुख और भविष्य की रणनीति
पिछले कुछ समय से जो दौर चल रहा है वह म्युचुअल फंड और शेयर मार्केट के लिए इतना खुश दायक नहीं रहा है । एक तरफ पर जहां अमेरिका में ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद बार-बार टैरिफ लगाए जा रहे हैं ,वहीं पर रूस यूक्रेन वार में भी कोई थमने के आसार नज़र नहीं आ रहे हैं ।
इन सभी कारणों का असर म्यूचुअल फ़ंड पर भी दिखा है । और AMFI द्वारा मार्च 2025 का ब्योरा आज हम आपके साथ साझा कर रहे हैं ।
मार्च 2024 के म्यूचुअल फंड ट्रेंड्स
1. इक्विटी फंड्स में गिरावट
पिछले महीने इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में 14 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है। इन फंड्स में निवेशकों द्वारा केवल 2,582 करोड़ रुपये ही निवेश किए गए, जो पिछले कुछ महीनों के मुकाबले काफी कम है। यह लगातार तीसरा महीना है जब इक्विटी फंड्स में निवेश की राशि में कमी आई है, जो बाजार में चल रही अनिश्चितता और निवेशकों के सतर्क रवैये को दर्शाता है। इस गिरावट के पीछे वैश्विक बाजारों में अस्थिरता और घरेलू आर्थिक स्थितियां प्रमुख कारण मानी जा रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि निवेशक इस समय अपने पैसों को सुरक्षित निवेश विकल्पों में लगाना पसंद कर रहे हैं।
2. सेगमेंट-वाइज परफॉर्मेंस
म्यूचुअल फंड्स की विभिन्न श्रेणियों में निवेश के अलग-अलग रुझान देखने को मिले हैं। मिड-कैप फंड्स में ₹3,439 करोड़ का निवेश आकर्षित हुआ है, जो इन कंपनियों में निवेशकों के बढ़ते विश्वास को दर्शाता है। वहीं स्मॉल-कैप फंड्स ने ₹4,000 करोड़ का निवेश प्राप्त किया, जो दर्शाता है कि छोटी कंपनियों में भी निवेशकों की दिलचस्पी बनी हुई है। हालांकि, लार्ज-कैप फंड्स में निवेश फरवरी के ₹2,866 करोड़ के मुकाबले घटकर ₹2,400 करोड़ रह गया, जो बड़ी कंपनियों में निवेशकों के रूझान में मामूली कमी को दिखाता है।
विश्लेषण: निवेशकों का रुख
1. बाजार में अनिश्चितता का प्रभाव
यूएस-चाइना तनाव और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के कारण निवेशक सतर्क हैं और आए दिन हो रहे टैरिफ वार के भोई खत्म होने का इंतज़ार कर रहे हैं ।सेक्टोरल और थीमैटिक फंड्स में निवेश कम हुआ, क्योंकि इस उठा पाठक को देखते हुये नए एनएफओ भी नहीं आए।
2. एसआईपी निवेशकों की मजबूती
म्यूचुअल फंड में हर महीने SIP से आने वाले पैसे में थोड़ी सी कमी हुई है। मार्च में 25,926 करोड़ रुपये आए, जबकि फरवरी में 25,999 करोड़ रुपये आए थे। यह लगभग 0.28% की गिरावट है , हालांकि अगर आप ये आंकड़े YOY यानि पिछले साल से देखें तो काफी अच्छा उछाल है और इतनी जादा चिंता का विषय नहीं है ।
निवेशकों के लिए सलाह
हाल में इस रिपोर्ट का एनालिसिस करते हुये श्री मोहित गंग (सीईओ, मनीफ्रंट) ने निम्न सलाह दी है
1. इक्विटी निवेशकों के लिए
- धैर्य बनाए रखें: बाजार में उतार-चढ़ाव सामान्य है।
- एसआईपी जारी रखें: लंबी अवधि में यह बेहतर रिटर्न दे सकता है।
- पोर्टफोलियो डायवर्सिफाई करें: मिड-कैप और स्मॉल-कैप फंड्स में निवेश करें।
2. बॉन्ड फंड्स में निवेश
- इंटरेस्ट रेट कट के बावजूद, बेस्ट रिटर्न का दौर गुजर चुका है।
- लॉन्ग-ड्यूरेशन बॉन्ड फंड्स अभी भी 8-10% रिटर्न दे सकते हैं।
3. नए निवेशकों के लिए
- शॉर्ट-टर्म वोलेटिलिटी से न घबराएं।
- 3-5 साल की निवेश अवधि के साथ शुरुआत करें।
निष्कर्ष
मार्च 2024 के आंकड़े बताते हैं कि निवेशक बाजार की अनिश्चितता के प्रति सतर्क हैं, लेकिन एसआईपी जैसे दीर्घकालिक निवेश मजबूत बने हुए हैं। विशेषज्ञों की सलाह है कि निवेशकों को धैर्य रखना चाहिए और अपनी रणनीति को बाजार के हिसाब से एडजस्ट करना चाहिए।
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